आँवला...!आमलकी....१
आवला वृक्ष (Emblica Officinalis) भारत का एक प्रमुख औषधीय पौधा है। यह एक मध्यम आकार का वृक्ष होता है जो लगभग 8 से 18 मीटर ऊँचा होता है। इसके पत्ते 4 से 8 सेमी लम्बे होते हैं और यह हरा रंग का होता है। इस पौधे का फल आमतौर पर गोल और आकार में छोटा होता है, जिसका आकार लगभग 1 से 3 सेमी का होता है।
विभीन्न भाषाओं मे आँवले के नाम...
लॕटीन- एम्बलिका आफिसिनेलिस
संस्कृत- आमलकी , धात्री
बंगाली- आमलकी , आमला
मराठी , गुजराथी- आँवला
तमिल-नेल्लिकाई
तेलगू-उशिरीकई
कन्नड/मल्यालम् - नेल्लि
फारसी- आम्लज,आमल
फ्रेंच - फाईलेन्थे एम्ब्लिक
इंग्लिश - एम्बलिक माइरोबलन
- इंडीयन गुझबेरी
आवला वृक्ष फल से ज्यादातर फायदे प्राप्त करने के लिए जाना जाता है। इसके फल में विटामिन सी की मात्रा अधिक होती है जो शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इसके फल में फाइबर, पोटैशियम, कैल्शियम, विटामिन ए और विटामिन ई भी पाये जाते हैं।
प्रकार- आँवले दो प्रकार के होते है....
१) वन्य आँवला .. इसे जंगली आँवला भि कहते है..!
वह नैसर्गिक रूप से बिज प्रसार होकर होते है...!
२) ग्राम्य आँवला- ये आँवला बाग बगीचे और खेतोंमे लगाया जाता है...! इसके फल आकार मे छोटे होते है...
१)बिजुँ आँवला - ये बिज से पैदा होते है इनके फल छोटे होते है..!
२)कलमी आँवला -ये कलम के व्दारा लगाऐ जाते है ...! अतः कलमी कहलाते है ..! इसके फल आकार मे बहुत बडे और जादा गुदेदार , रेशेरहीत तथा छोटी गुठली वाले होते है...! इन्हे शाही आँवला , बनारसी या काशी आँवला भि कहते है....!
आँवले के पत्ते इमली के पत्तोंकी तरह होती है..!
इस पर पिले रंग कि फुलं गुच्छो मे लगते है...! आँवला फल गोल मटोल , मांसल ,पिले हरे रंगवाला होता है..!
फल के बाहरी पुष्ठ पर छः रेखाये होती है भितर षटकोण वाल बिज होता है...! इसके फल फरवरी से मई मे लगते है ...!
फल अक्टूबर से अप्रेल तक प्राप्त होते है ।
पतझड के उपरांन्त मार्च से अप्रेल के दौरान इसमे नई पत्तीया आ जाती है....।
✍🏻...आपका ... Logical_appa
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